मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास मिली जिलेटिन विस्फोटकों से भरी गाड़ी और उसके बाद मनसुख हीरेन की हत्या और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ रुपये वसूली के आरोप मामले में परमबीर सिंह की मुश्किलें बढ़ रही हैं. एंटीलिया केस में संदिग्ध मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह को लेकर बीजेपी ने उद्धव सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.
परमबीर सिंह को क्या बीजेपी ने छिपा दिया!
परमबीर सिंह को लेकर बीजेपी विधायक राम कदम ने उद्धव सरकार को आड़े हाथों लेते हुए पूछा है कि क्या परमबीर सिंह वसूली करने वाले मंत्रियों के नाम जांच एजेंसी को बता देते इसलिए उन्हें छिपा दिया गया है. राम कदम ने कहा है, ‘’परमबीर सिंह महाराष्ट्र में वसूली करने वाले मंत्रियों के आकाओं के नाम कहीं जांच एजेंसी को न बता दें. क्या यही कारण है कि महाराष्ट्र सरकार उन्हें छुपा रही है? हर बार केंद्र पर ऊंगली दिखाने वाले खुद जिम्मेदारी लेना कब सीखेंगे?’’

बीजेपी विधायक राम कदम
परमबीर सिंह के देश छोड़कर जाने का शक
गौरतलब है कि मामले की जांच कर रही एनआईए ने मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह को पूछताछ के लिए कई बार समन भेजा है, लेकिन उन्हें अबतक समन डिलीवर नहीं हुआ है. एनआईए और महाराष्ट्र राज्य की जांच एजेंसियों को शक है कि गिरफ़्तारी के डर से परमबीर सिंह देश छोड़कर चले गए हैं.
परमबीर सिंह के खिलाफ अब तक पांच मामले दर्ज
एनआईए सूत्रों ने बताया कि सचिन वाजे की गिरफ़्तारी के बाद चल रही जांच के दौरान अप्रैल महीने में परमबीर सिंह को एनआईए कार्यालय बुलाया गया था, जहां पर एनआईए ने सचिन वाजे से जुड़े कई सवाल पूछे थे. जिस वक्त एंटीलिया कांड सामने आया था तब वाजे को मामले का इंवेस्टिगेशन अधिकारी बनाया गया था और वह सीधे परमबीर सिंह को रिपोर्ट करता था. एनआईए के अलावा स्टेट सीआईडी और ठाणे पुलिस ने परमबीर के ख़िलाफ़ लुक आउट सर्कुलर जारी किया है. सिंह के ख़िलाफ़ अबतक पांच मामले दर्ज हैं.