उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा और बसपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि 2017 के पहले भी राशन मिलता था लेकिन तब ‘अब्बा जान’ कहने वाले राशन खा जाते थे।
योगी आदित्यनाथ ने किया विकास योजनाओं का लोकार्पण
सीएम योगी आदित्यनाथ रविवार को संतकबीरनगर और कुशीनगर में कई विकास परियोजनाओं का लोकपर्ण और शिलान्यास करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में तुष्टीकरण की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है। देश के राजनीतिक एजेंडे को उन्होंने बदला है। उन्होंने कहा कि पहले देश की राजनीति वंशवाद और परिवारवाद तक सीमित थी।
योगी आदित्यनाथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमलावर दिखे
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने उसको गांव और गरीब के लिए.. समाज के प्रत्येक व्यक्ति के लिए बिना भेदभाव के काम किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब तक तुष्टीकरण की राजनीति थी तब तक विकास नहीं था। अपने संबोधन के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमलावर दिखे।
तब तो ‘अब्बाजान’ कहने वाले राशन हज़म कर जाते थे
उन्होंने मंच से लोगों से सवाल पूछा कि आप लोगों को राशन मिल रहा है न? जिसके बाद उन्होंने कहा कि क्या यह राशन 2014 के पहले भी मिलता था? नहीं मिलता था…… क्योंकि तब तो ‘अब्बाजान’ कहने वाले राशन हज़म कर जाते थे। योगी आदित्यनाथ के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी। ट्विटर पर #अब्बा जान भी ट्रेंड होता दिखाई दिया।
पत्रकार तवलीन सिंह ने कहा-यह नफरत भरा भाषण है
पत्रकार तवलीन सिंह ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि यह नफरत भरा भाषण है। कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने भी इस वीडियो पर लिखा कि बौखलाहट अपनी जगह है, आप भारत के लोकतंत्र में एक चुने हुए मुख्यमंत्री हैं योगी जी, कुछ नहीं तो अपने पद की गरिमा रखिए। कुछ ट्विटर यूजर ने उन्हें जल्द ही ठीक होने की कामना करते हुए लिखा कि गेट वेल सून। कंचन श्रीवास्तव नाम की एक टि्वटर यूजर कमेंट करती हैं कि सर, आप इतना सारा विकास, ट्रांसफॉरमेशन, नौकरी, इन्वेस्टमेंट और मंदिर आदि लाए हैं। उसी के नाम पर वोट क्यों नहीं मांगते? एक टि्वटर हैंडल से लिखा गया कि डियर योगी, आपके वक्तव्य यह दिखाते हैं कि आप अल्पसंख्यक कम्युनिटी से कितनी नफरत करते हैं।