पढ़िये CDS जनरल बिपिन रावत से जुड़ी हर बात जो आप जानना चाहते हैं

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS)  बिपिन रावत (Bipin Rawat) को ले जा रहा सेना का हेलिकॉप्टर बुधवार दोपहर तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। (Army Helicopter Crash) हो गया। इस हादसे में बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत अन्य 13 लोगों की मौत हो गई। इस हेलीकाप्टर हादसे में ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ही एक मात्र जीवित बच सके हैं। उनको गंभीर अवस्था में वेलिंगटन के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। सेना के इस हेलिकॉप्टर पर कुल 14 लोग सवार थे। जनरल बिपिन रावत बुधवार को सुलुर एयर बेस से अपनी पत्नी समेत सेना के 14 लोगों के साथ भारतीय वायु सेना के Mi-17V5 हेलिकॉप्टर से तमिलनाडु के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विस स्टाफ़ कॉलेज के लिए रवाना हुए थे। तभी यह हादसा हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृहमंत्री अमित शाह ने इस हादसे को लेकर गहरा दुख व्यक्त किया है।

बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर पेड़ से टकरा गया था

बताया जाता है कि तमिलनाडु के कुन्नूर में जिस जगह पर जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर क्रैश हुआ वहाँ से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित वेलिंगटन नामक जगह पर हेलिपैड था। यहीं हेलिकॉप्टर को लैंड करना था। दुर्घटनास्थल पर पहुँचने वाले एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक हेलिकॉप्टर बहुत कम ऊंचाई पर उड़ रहा था। हेलीकॉप्टर मुड़ते ही एक पेड़ से टकरा गया। इसके बाद तेज़ धमाका हुआ।

सबसे भरोसेमंद और सुरक्षित माना जाता है Mi-17V5 हेलिकॉप्टर

जो हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ, उसे भारतीय वायुसेना में काफ़ी भरोसेमंद और सुरक्षित माना जाता है। रूस में बना Mi-17V5 का इस्तेमाल भारतीय वायुसेना में ऊंची उड़ान वाले अभियान और राहत बचाव कार्य में आम बात है। Mi-17V बहुत ही विश्वसनीय चॉपर है। उत्तराखंड जैसे राज्यों में ऊंचाई पर राहत बचाव कार्य के लिए इसका इस्तेमाल अक्सर होता है।

सीडीएस बिपिन रावत के निधन पर उत्तराखंड में 3 दिन का राजकीय शोक

सीडीएस बिपिन रावत के निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य में तीन दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट करते हुए कहा कि देश के चीफ़ ऑफ डिफ़ेंस स्टाफ़ जनरल बिपिन रावत जी के निधन से पूरे भारतवर्ष में शोक की लहर है। उत्तराखण्ड सरकार ने पुण्य आत्माओं को श्रद्धांजलि देते हुए प्रदेश में तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है।

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में राजपूत परिवार में हुआ था बिपिन रावत का जन्म

बिपिन रावत का जन्म उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में राजपूत परिवार मे हुआ था। जनरल रावत के पिता लेफ्टिनेंट जनरल लक्ष्मण सिंह जी रावत सेना से लेफ्टिनेंट जनरल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। बिपिन रावत ने ग्यारहवीं गोरखा राइफल की पांचवी बटालियन से 1978 में अपने करियर की शुरुआत की थी। उन्होंने देहरादून में कैंबरीन हॉल स्कूल, शिमला में सेंट एडवर्ड स्कूल और भारतीय सैन्य अकादमी,  देहरादून से शिक्षा ली थी। वहां उन्हें ‘सोर्ड ऑफ़ ऑनर ‘ दिया गया था। वह फोर्ट लीवनवर्थ , यूएसए में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज,  वेलिंगटन और हायर कमांड कोर्स के स्नातक भी रहे। उन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से डिफेंस स्टडीज में एमफिल,  प्रबंधन में डिप्लोमा और कम्प्यूटर स्टडीज में भी डिप्लोमा किया था। 2011 में उन्हें सैन्य-मीडिया सामरिक अध्ययनों पर अनुसंधान के लिए चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय,  मेरठ द्वारा डॉक्टरेट ऑफ़ फिलॉसफी से सम्मानित किया गया था। उन्हें कई शीर्ष सैन्य सम्मान भी मिले थे।

सैन्य सेवाएं

राजपूत परिवार में पैदा हुए बिपिन रावत की कई पीढ़ी सेना में रही हैं।

जनवरी 1979 में सेना में मिजोरम में प्रथम नियुक्ति पाई।

नेफा इलाके में तैनाती के दौरान उन्होंने बटालियन की अगुवाई की।

कांगो में संयुक्त राष्ट्र की पीसकीपिंग फोर्स की भी अगुवाई की।

01 सितंबर 2016 को सेना के उप-प्रमुख का पद संभाला।

31 दिसंबर 2016 को सेना प्रमुख का पद।

विमान दुर्घटना में असामयिक मृत्यु

8 दिसम्बर 2021, तमिलनाडु में कुन्नूर के पास को भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर (एमआई -17 वीएच हेलिकॉप्टर) रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत के साथ दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में शामिल सभी 14 में से 13 लोगों की मौत हो गई। इस हेलीकॉप्टर ने कोयंबटूर में सुलूर आईएएफ स्टेशन से उड़ान भरी थी और यह रक्षा प्रमुख को लेकर वेलिंग्टन सैन्य अधिकारी अकादमी जा रहा था।

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