- स्वतंत्र न्याय पालिका और कानून का शासन विषय पर नेशनल कॉन्फ्रेंस
- एजीआईएसएस रिसर्च इंस्टीट्यूट और इंडिपेंडेंट थॉट के संयुक्त तत्वावधान में आयोजन
नई दिल्ली। “स्वतंत्र न्याय पालिका और कानून का शासन” विषय पर नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन एजीआईएसएस रिसर्च इंस्टीट्यूट और इंडिपेंडेंट थॉट के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। उड़ीसा भवन में आयोजित कांफ्रेंस का उदघाटन सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सीटी रविकुमार एवं पूर्व मुख्य न्यायाधीश माननीय श्री जस्टिस के.जी बालकृष्णन द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया। मुख्य अतिथि ने कहा कि आज का परिवेश तथा न्याय प्रणाली एक नई सोच की तरफ इंगित है। हमें इस पर ध्यान देना चाहिए। न्याय प्रणाली को और स्वतंत्र बनाने के लिए तीनों लोकतांत्रिक स्तम्भों को जागृत होना पड़ेगा। इस मौके पर जस्टिस श्री प्रीतिंकर दिवाकर न्यायाधीश इलाहाबाद हाई कोर्ट, न्यायाधीश श्री वी. एन. सिन्हा पूर्व न्यायाधीश पटना हाईकोर्ट, डॉ. जी. के. गोस्वामी आईपीएस, चीफ ऑफ एंटी टेरर स्क्वाड, उत्तर प्रदेश, तथा श्री शंकरलाल से.नि. जिला जज उपस्थित थे।

दो टेक्निकल सेशन में आयोजित कांफ्रेंस में पूरे देश से लॉ क्षेत्र के अध्यापक, शोध विद्यार्थी तथा कई एडवोकेट ने अपने-अपने रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए। प्रथम टेक्निकल सेशन की शुरुआत डॉ. के. बी. अस्थाना डीन महर्षि विश्वविद्यालय तथा को-चेयरमैन श्री जगदीश खोबरागडे व श्री विक्रम श्रीवास्तव ने की। द्वितीय सेशन का आरंभ डॉ. भावना शर्मा, डॉ. अन्नु बहल मेहरा तथा डॉ अनिल डॉल द्वारा संपन्न हुआ।

कार्यक्रम का समापन डॉ. मनोज सिन्हा के संबोधन के साथ समाप्त हुआ। समापन समारोह में सुश्री शालिनी सिंह (एडीशनल सिविल जज इलाहाबाद) तथा डॉ. निधि सरोहे (एस.डी.एम नई दिल्ली) उपस्थित थे। इस कार्यक्रम का समापन डॉ. अन्नु बहल मेहरा के धन्यवाद भाषण के उपरांत हुआ। कार्यक्रम की आयोजन समिति में श्री सुवेश कुमार (एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट), श्री विक्रम श्रीवास्तव (एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया), एडवोकेट लोकेन्द्र कुमार, एडवोकेट साहिल चौधरी, एडवोकेट देवेश मौर्य, एडवोकेट ए. पी. शुक्ला भी मौजूद रहे। इस कार्यक्रम में विधि के छात्र हर्षित किरण, हिमांशु त्रिपाठी, उन्नति मिश्रा, विवेक यादव, श्री राज प्रभाकरण, प्रशांत सिंह, तनु यादव, मुस्कान गुप्ता, सिमरन, आयुषी, आदित्या, कृति बेदी, आहुति, अस्मिता, श्रेया, सेख-अल-अमीन, मुकुंद सरना, तृप्ति सिन्हा आदि उपस्थित थे।