ज्ञानवापी मंदिर है या मस्जिद… सुप्रीम कोर्ट में सुप्रीम सुनवाई

Written By Deepanshi Sharma.

ज्ञानवापी मस्जिद है या फिर मंदिर, इस को लेकर विवाद जारी है। जिला अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक दलीलें पेश की जा रही हैं। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने 17 मई को आदेश जारी किया और शिवलिंग के दावे वाली जगह को सुरक्षित रखने को और मुस्लिमों को नमाज़ पढ़ने से न रोकने को कहा था। वहीं, मामले पर हिंदू पक्ष ने अपना जवाब सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कराया है। इसमें कहा गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद न होकर, असल में एक मंदिर है, वही कहा गया ये संपत्ति हमेशा से आदि विश्वेश्वर की रही है, वो ही असली मालिक हैं। हिंदू सदियों से यहां पर अपनी धार्मिक परंपराओं को निभाते रहे हैं। साथ ही यह बात भी बोली कि औरंगजेब ने मंदिर के हिस्से को गिराकर उसकी जगह ज्ञानवापी मस्जिद बनवाई और बताया कि ज्ञानवापी में श्रृंगार गौरी, भगवान गणेश, बाकी देवताओं की मूर्ति हमेशा से रही हैं।

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क्यों एक-दूसरे के दावे को कहा जा रहा है झूठा

दोनों पक्षों के दावे भी जारी हैं और अदालत में भी एक-दूसरे के दावे को झुठलाने की लड़ाई भी जारी है। सुप्रीम कोर्ट में मुस्लिम पक्ष की याचिका पर सुनवाई चल रही है। सर्वे रिपोर्ट्स में मंदिर के प्रमाण मिलने के दावे किये जा रहे हैं। वही जिला अदालत के फैसलों पर रोक लगाने के लिए याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज फिर बहस होगी। वैसे सुनवाई तो गुरुवार को भी हुई, जो कुछ देर में ही पूरी हो गई। जब कोर्ट की कार्रवाई शुरू हुई तो हिंदू पक्ष ने अपने वकील के बीमार होने का बात बताते हुए कहा कि वो हलफनामा अभी दाखिल नहीं कर पाए हैं, इसलिए हमको और वक्त दिया जाए। इसके बाद कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष से पूछा कि क्या उन्हें कोई दिक्कत है? जवाब में मुस्लिम पक्ष ने कहा कि उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन निचली अदालत में दीवार तोड़ने को लेकर सुनवाई होनी चाहिए। इसके बाद कोर्ट ने ऑर्डर जारी करते हुए कहा कि वाराणसी की निचली अदालत से कोई भी एक्शन नहीं लिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर अमल करते हुए वाराणसी जिला अदालत ने अपनी सुनवाई को 23 मई तक टाल दिया।

मंदिर के अवशेषों का ज़िक्र

वैसे सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक कोर्ट कमिश्नर ने अपनी जो सर्वे रिपोर्ट वाराणसी जिला अदालत में पेश की है, उसमें मंदिर के अवशेषों का ज़िक्र भी किया गया है। इस रिपोर्ट में उन्होंने कहा है कि स्वास्तिक चिन्ह, गोलाकार आकृति जैसा शिवलिंग, बेसमेंट में कुआं, दीवारों पर कमल, त्रिशूल और डमरू के निशान मिले हैं। पूर्व कोर्ट कमिश्नर अजय मिश्रा ने भी अपनी सर्वे रिपोर्ट में कुछ कलाकृतियों और देवी-देवताओं के अवशेष मिलने की बात को कहा है। इस से साफ पता चल रहा कि सुप्रीम कोर्ट में जब सुनवाई शुरू होगी तो ज़ाहिर तौर पर इन सर्वे रिपोर्ट्स का हवाला जरूर दिया जाएगा। दोनों ही पक्ष सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं।

ज्ञानवापी मामले को लेकर फिर सुनवाई

ज्ञानवापी मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज फिर सुनवाई होगी। गुरुवार को सिर्फ 5 मिनट के लिए हुई सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर निचली अदालत के आदेश देने पर आज तक के लिए रोक लगा दी है। आज दोपहर 3 बजे मामले की सुनवाई होगी। वहीं, हिंदू पक्ष ने मामले पर अपना जवाब दाखिल किया है। देखने कि बात होगी आज कोर्ट किस पक्ष पे अपना जवाब देगी।

(Deepanshi is student of MA-JMC first year from Maharishi University Of Information Technology, Noida)

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