उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह का अलीगढ़ के अतरौली में 23 अगस्त को अंतिम संस्कार किया गया. इस मौके पर लोगों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी. भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता रहे कल्याण सिंह के अंतिम संस्कार के मौके पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हुए. कल्याण सिंह का निधन शनिवार रात हुआ था.
वास्तव में कल्याण सिंह की सक्रियता से भारतीय जनता पार्टी यूपी में मजबूत पार्टी बनकर उभरी. राम मंदिर आंदोलन के पोस्ट्र बॉय रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्या्ण सिंह की छवि एक सख्त प्रशासक की थी.

देश में 90 के दशक की सियासत मंडल-कमंडल के इर्द-गिर्द घूम रही थी. इससे पहले जब बीजेपी का गठन हुआ तो कल्याण सिंह को प्रदेश संगठन में पदाधिकारी बनाया गया. कल्याण सिंह ने राम मंदिर आंदोलन में जान फूंकी और कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा. कल्याण सिंह की सक्रियता से बीजेपी, यूपी में मजबूत पार्टी बनकर उभरी. राम मंदिर की लहर में बीजेपी ने साल 1991 के विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया.
बीजेपी ने यूपी में सरकार बनाई. यूपी में उस समय कल्याण सिंह की लोकप्रियता सिर चढ़कर बोल रही थी. यूपी में सरकार बनी तो बीजेपी ने कल्याण सिंह को मुख्यमंत्री बनाया. कल्याण राम मंदिर आंदोलन के लिए जैसे एक आस बनकर उभरे थे. यूपी में उस समय युवाओं ने एक नारा दिया था- ‘कल्याण सिंह कल्याण करो, मंदिर का निर्माण करो.’ यूपी में हर तरफ इस नारे की गूंज थी.
कल्याण सिंह यूपी में यूथ आइकन बनकर उभरे थे. बीजेपी राम भक्तों की पार्टी के रूप में उभर रही थी. कल्याण सिंह के मुख्यमंत्री रहते ही कारसेवकों ने बाबरी ढांचा गिराया था. 6 दिसंबर 1996 को कल्याण सिंह अपने मंत्रिमंडल के सहयोगी लालजी टंडन और ओपी सिंह के साथ अपने आवास पर बैठकर टीवी देख रहे थे. बाबरी ढांचा विध्वंस के ठीक बाद कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था.

मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने बतौर मुख्यमंत्री रहते हुए जिस तरह नकल माफिया पर लगाम कसी, उसकी मिसाल आज भी दी जाती है.
उनका एंटी-माफिया ऑपरेशन ऐसा ही एक कदम था और शिक्षा को सुधारना दूसरा। उन्होंने शिक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ मिलकर पूरे यूपी में नकल रोकने का जो अभियान चलाया, उसका जबर्दस्त असर देखने को मिला।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को सम्मान देते हुए अयोध्या में राम मंदिर परिसर तक जाने वाली सड़क का नाम कल्याण सिंह मार्ग होगा. अयोध्या के अलावा लखनऊ, प्रयागराज, अलीगढ़, एटा, बुलंदशहर में भी एक-एक सड़क का नाम पूर्व सीएम के नाम पर रखा जाएगा.