Written by Deepanshi Sharma.
लखनऊ। योगी आदित्यनाथ सरकार युवाओं का भविष्य उज्जवल बनाना चाहती है। उनके सपनों को पूरा करना चाहती है। इसी लक्ष्य को पूरा करने की तरफ एक और कदम बढ़ाते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 25 दिसम्बर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर एक करोड़ स्मार्टफोन और टैबलेट बांटे। लखनऊ के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में अंतिम वर्ष के छात्रों को योगी आदित्यनाथ द्वारा एक लाख स्मार्टफोन और टैबलेट दिए गए। इस मौके पर सीएम डिजि शक्ति पोर्टल और डिजी शक्ति अध्ययन एप भी लॉन्च करें। सीएम द्वारा दिए जाने वाले सभी स्मार्टफोन और टैबलेट पर डिजी शक्ति अध्ययन ऐप इंस्टॉल किया गया है। कार्यक्रम में राज्य के हर जिले से बड़ी संख्या में छात्राएं शामिल हुई। इन स्मार्टफोन और टैबलेट के जरिए उन्हें न सिर्फ पढ़ाई के लिए कंटेंट मिलेगा, बल्कि रोजगार से जुड़ी जानकारी भी दी जाएगी।
योगी आदित्यनाथ ने पूरा किया अपना वादा
सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई घोषणा के अनुसार तकनीकी रूप से उन्नत बनाने के लिए एक करोड़ युवाओं को मुफ्त स्मार्टफोन और टैबलेट दिए गए ।जिसके तहत पहले चरण में 25 दिसंबर को सीएम योगी युवाओं को 60,000 स्मार्टफोन और 40,000 टैबलेट बांटें गए।
योगी आदित्यनाथ के स्वर से गूंजा लखनऊ
योगी ने कहा कि मुझे याद है जब लॉकडाउन शुरू हुआ था, सबसे पहली चुनौती हमारे सामने आई थी, जो बच्चे कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे, उन बच्चों को कैसे उनके घर में सुरक्षित लाया जाए। राजस्थान सरकार सहयोग के लिए तैयार नहीं थी। मुझे उत्तर प्रदेश से बसें कोटा भेजनी पड़ी थीं। सभी 15 हजार बच्चों को सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने का कार्य किया गया था। तब हमने तय किया था कि अब हमारे प्रदेश के बच्चों को परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए प्रदेश के बाहर न जाना पड़े। इसके लिए हर कमिश्नर हेडक्वार्टर पर व्यवस्था होनी चाहिए। आज हमने अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था हर कमिश्नरी में की है, उसे अब हर जिले स्तर पर ले जा रहे हैं। ऐसे 10 हजार प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों को भी फ्री में स्मार्टफोन और टैबलेट से जोड़ा जा रहा है।

नई शिक्षा नीति के साथ जुड़कर भारत दुनिया में महाशक्ति बनेगा
योगी ने कहा कि यह केवल स्मार्टफोन और टैबलेट नहीं है। इसके साथ आपको फ्री में डिजिटल एक्सेस की सुविधा भी उपलब्ध कराने जा रहे हैं। फ्री में कंटेंट उपलब्ध होंगे। नई शिक्षा नीति के साथ जुड़कर हम भारत को दुनिया में एक महाशक्ति की ओर अग्रसर करने में कामयाब होंगे। अब हर कमिश्नरी में इस तरह के कार्यक्रम हो जाएं। डिजिटल क्रांति को गांव-गांव तक पहुंचाने, आनलाइन एजूकेशन से लेकर आनलाइन एक्जामिनेशन और प्रतियोगी परीक्षाओं को भी युवाओं को इसके साथ जोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि दुनिया के अंदर जब भी भारत के युवाओं को अवसर मिला है, तो उन्होंने अपनी प्रतिभा का छाप वैश्विक मंच पर पूरी मजबूती के साथ रखा है। योगी ने एक कविता से अपनी संबोधन को समाप्त किया।
रोजगार संबंधी योजनाओं और अन्य युवा कल्याण योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी
डिजी शक्ति अध्ययन एप के माध्यम से संबंधित विश्वविद्यालय या विभाग छात्रों को अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही बूट लोगो और वॉल पेपर के माध्यम से सरकार द्वारा रोजगार संबंधी योजनाओं और अन्य युवा कल्याण योजनाओं की जानकारी भी दी जाएगी। यूपी सरकार आईटी कंपनी इंफोसिस के साथ करार कर रही है। इससे इंफोसिस के 3900 से अधिक शिक्षा और रोजगार से जुड़े कार्यक्रम युवाओं को नि:शुल्क उपलब्ध होंगे। विशेष सचिव, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग, कुमार विनीत ने कहा, “सरकार ने यूपी के युवाओं को सशक्त बनाने के लिए विस्तृत योजनाएँ बनाई हैं। स्मार्टफोन और टैबलेट के माध्यम से युवाओं को पढ़ाई, प्रतियोगी परीक्षाओं और रोजगार के लिए उत्कृष्ट सामग्री प्रदान की जाएगी जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकेंगे।

योगी आदित्यनाथ सरकार युवाओं के लिए समर्पित
यूपी में युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए योगी सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। युवाओं का लक्ष्य नौकरी, आर्थिक प्रगति, समानता और गरीबी से मुक्ति है। यूपी सरकार इस दिशा में काम कर रही है। सरकार ने 82 लाख एमएसएमई इकाइयों के माध्यम से राज्य के 2।50 करोड़ से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं। पिछले 4।5 वर्षों में राज्य के 4।50 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई, जबकि 3।50 लाख युवाओं को अनुबंध के आधार पर नियुक्त किया गया। प्रथम चरण में अंतिम वर्ष में पढ़ने वाले एमए, बीए, बीएससी, आईटीआई, एमबीबीएस, एमडी, बीटेक, एमटेक, पीएचडी एमएसएमई और स्किल डेवलपमेंट आदि के छात्रों को वरीयता दी जाएगी। डिजी शक्ति पोर्टल पर करीब 40 लाख युवाओं का पंजीकरण हो चुका है।
नामी कम्पनियों को युवाओं के हित में आदेश जारी
सरकार की ओर से लावा, सैमसंग और एसर जैसी नामी कंपनियों को मोबाइल और टैबलेट की आपूर्ति के आदेश जारी कर दिए गए हैं। कंपनियों ने आपूर्ति शुरू कर दी है। खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए GeM पोर्टल पर अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर दिया गया है। पहले चरण में मोबाइल और टैबलेट की खरीद के लिए करीब दो हजार 35 करोड़ रुपये का ऑर्डर दिया गया था। इसमें 1.5 लाख मोबाइल के लिए 10,740 रुपये की दर से और 7 लाख 20 हजार टैबलेट के लिए 12,606 रुपये की दर से ऑर्डर दिए गए।
(Deepanshi is student of MA (J&MC) 1st Semester of MAHARISHI UNIVERSITY OF INFORMATION & TECHNOLOGY)
Ati sunder reporting.